सोलर ऊर्जा का उपयोग और इसकी खोज और विकास दुनिया भर में बढ़ रहा है। इसमें भारतीय बाजार भी शामिल है, जहां सोलर ऊर्जा कंपनियों का अपार संभावना है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, जिसके मालिक मुकेश अंबानी हैं, ने भी इस क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने का निर्णय किया है।
यूबीएस, एक प्रमुख ब्रोकरेज फर्म, ने हाल ही में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर के लिए अपना टारगेट प्राइस बढ़ाते हुए 3,400 रुपये प्रति शेयर का ऐलान किया है। इससे साफ होता है कि बाजार में रिलायंस इंडस्ट्रीज के सोलर वेंचर के लिए उम्मीदें हैं।
इस निवेश की बात करें तो, सोलर ऊर्जा क्षेत्र में रिलायंस इंडस्ट्रीज का प्रवेश उनके व्यापारिक संकल्प और ऊर्जा से संबंधित योजनाओं के लिए एक सकारात्मक कदम है। इससे उम्मीद है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के नए सोलर प्रोजेक्ट से उन्हें मुनाफा होगा और निवेशकों को भी अच्छा रिटर्न मिलेगा।
इस तरह, यूबीएस द्वारा रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर पर टारगेट प्राइस में वृद्धि का एलान एक संकेत है कि बाजार में सोलर सेगमेंट में रिलायंस की भागीदारी को लेकर आगे की उम्मीदें हैं। निवेशकों के लिए भी यह एक सुनहरा अवसर साबित हो सकता है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की नई ऊर्जा में तेजी सोलर वेंचरों में निवेश की मंजूरी
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने एक बार फिर से ऊर्जा क्षेत्र में अपनी अग्रणीता को साबित किया है, जब उन्होंने MSKVY नाइनटीन्थ सोलर SPV लिमिटेड और MSKVY ट्वेंटी-सेकेंड सोलर एसपीवी लिमिटेड में 100 प्रतिशत इक्विटी शेयरों के अधिग्रहण को मंजूरी दी। ये शेयर MSEB सोलर एग्रो पावर लिमिटेड से खरीदे जाने वाले हैं।
यह निर्णय रिलायंस इंडस्ट्रीज के ऊर्जा सेगमेंट में उनकी मजबूती को दर्शाता है। सोलर ऊर्जा क्षेत्र में अपनी उपस्थिति मजबूत करने के लिए उनके इस कदम ने बाजार में एक बड़ी गति उत्पन्न की है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का यह निवेश सोलर ऊर्जा क्षेत्र में उनकी नेतृत्वक्षमता को और भी मजबूत बनाएगा। इससे भारतीय ऊर्जा सेगमेंट में रिलायंस की भूमिका में और भी वृद्धि होगी और यह उन्हें ऊर्जा क्षेत्र में नए उत्पादों और सेवाओं की पेशकश में भी सक्षम बनाएगा।
इस निवेश से निरंतर ऊर्जा संकायों के विकास में रिलायंस का योगदान बढ़ेगा, जिससे देश की ऊर्जा स्वायत्तता में भी एक प्रमुख योगदान होगा। यह निवेश भारतीय ऊर्जा क्षेत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान के रूप में देखा जा सकता है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज महाराष्ट्र में सौर कृषि वाहिनी योजना 2.0 के तहत सोलर कैपेसिटी का अद्यतन
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी प्रतिभागिता को महाराष्ट्र के सौर कृषि वाहिनी योजना 2.0 के तहत बढ़ाते हुए अपने नए कदम के साथ दिखाया है। उन्होंने घोषणा की है कि वे महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों में 128 मेगावाट की कुल सोलर कैपेसिटी की स्थापना के लिए टेंडर की शर्तों के अनुरूप कदम उठाएंगे।
यह सोलर कैपेसिटी कृषि उत्पादकों को सौर ऊर्जा के साथ आधुनिक तकनीक का उपयोग करने की सुविधा प्रदान करेगी, जिससे उनकी उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी। इस नए कदम के तहत, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने MSEB सोलर एग्रो पावर लिमिटेड से 128 मेगावाट की सोलर कैपेसिटी का अधिग्रहण किया है।
यह अधिग्रहण प्रक्रिया की अवधि के अंत तक, अर्थात अप्रैल 2024 के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है। इससे महाराष्ट्र में सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा और कृषि क्षेत्र में नए तकनीकी उपायों के लिए एक नई पथ खुलेगा।
ब्रोकरेज फर्म की सिफारिश रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर के लिए ताजगी और उम्मीद
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयर की लेख की बात करें, ब्रोकरेज फर्म यूबीएस ने अपना टारगेट प्राइस 3,400 रुपये प्रति शेयर के रूप में बढ़ाया है। इसके साथ ही, वे शेयर पर खरीद की सिफारिश भी जारी रख रहे हैं।
इसके अलावा, घरेलू ब्रोकरेज मोतीलाल ओसवाल ने भी रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए एक उत्कृष्ट टारगेट प्राइस तय किया है, जो 3210 रुपये प्रति शेयर है। इसके अलावा, शेयर की कीमत में भी तेजी देखी जा रही है, जो ब्रोकरों की सिफारिशों को और भी मजबूत कर रही है। इससे साफ होता है कि बाजार में रिलायंस इंडस्ट्रीज के सोलर सेगमेंट में बहुत उत्साह और आकर्षण है।
मुकेश अंबानी द्वारा गुजरात में गीगा परिसर के शुरू होने का ऐतिहासिक कदम
मुकेश अंबानी के नेतृत्व में रिलायंस इंडस्ट्रीज इस साल एक और ऐतिहासिक कदम उठा रही है, जब उन्होंने गुजरात के जामनगर में गीगा परिसर की शुरुआत की घोषणा की है। यह परिसर 5,000 एकड़ क्षेत्र में स्थित है और इसमें फोटोवोल्टिक पैनल, ईंधन सेल प्रणाली, हरित हाइड्रोजन, ऊर्जा भंडारण, और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए पांच गीगा कारखाने शामिल होंगे।
यह परिसर गुजरात के ऊर्जा संदर्भ में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो स्वच्छ और नवीन ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देगा। गीगा परिसर में शामिल तकनीकी उपकरण और सुविधाएं उत्पादन में उत्कृष्टता और स्थायित्व को सुनिश्चित करेंगी, जिससे भारतीय ऊर्जा स्वतंत्रता को बढ़ावा मिलेगा।
मुकेश अंबानी के इस प्रोजेक्ट से गीगा परिसर का शुरुआत होना, उनके ऊर्जा सेगमेंट में नए उत्पादों और सेवाओं की पेशकश में भी महत्वपूर्ण योगदान के रूप में देखा जा रहा है। यह परिसर भारतीय ऊर्जा क्षेत्र के लिए नए अवसरों की खिड़की खोलेगा और गुजरात को एक महत्वपूर्ण ऊर्जा हब बनाएगा।
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