SIP क्या है? कितने प्रकार की होती है, कौन सी SIP आपके लिए है बेस्ट, जानें डिटेल्स

News Desk
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types of sip know more

Types of SIP: (सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) एक ऐसा फाइनेंस प्लान है जहा इन्वेस्टर्स रेगुलर इंटरवल्स पर फिक्स्ड अमाउंट इन्वेस्ट करते हैं। ये स्टॉक मार्किट में इन्वेस्ट करने का एक ट्रेंडी तरीका है जो अक्सर म्यूच्यूअल फंड्स के माध्यम से होता है।

एसआईपी में इन्वेस्टर एक ही बार में सारा पैसा नहीं इन्वेस्ट करता, इसके बजाए वह सिस्टेमेटिक एप्रोच फॉलो करते हैं फिक्स्ड इंटरवल्स पर एक स्पेसिफिक अमाउंट इन्वेस्ट करते हैं। ये एक सिक्योर और फेमस तरीका है जिससे इन्वेस्टर्स अच्छा रिर्टन कमा सकते हैं।

Regular SIP (नियमित एसआईपी):

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इस तरह की एसआईपी में आप हर महीने एक निश्चित राशि को निवेश करते हैं, जो निर्धारित अवधि तक जारी रहता है। आपको निवेश करने के लिए महीना, तिमाही, या वार्षिक अवधि का चयन करने का विकल्प होता है। यह निवेश करने का सबसे सामान्य तरीका है और यह निवेशकों को अपने वित्तीय लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए एक स्थिर और नियमित माध्यम प्रदान करता है।

Top-Up SIP (टॉप-अप एसआईपी):

टॉप-अप एसआईपी में आप अपनी मौजूदा एसआईपी में एक्स्ट्रा राशि जोड़ सकते हैं, जिससे आप निवेश की राशि को बढ़ा सकते हैं। यदि आप हर महीने की निश्चित राशि के अलावा अधिक धन निवेश करते हैं, तो यह टॉप-अप एसआईपी कहलाती है।

Flexible SIP (फ्लेक्सिबल एसआईपी):

फ्लेक्सिबल एसआईपी में आपको बाजार की परिस्थितियों के हिसाब से निवेश को बढ़ाने और कम करने का विकल्प मिलता है। इसमें निवेशकों को बाजार की बदलती स्थितियों के अनुसार रणनीति बनाए रखने की स्वतंत्रता मिलती है, लेकिन इसके लिए बाजार की सही जानकारी होना आवश्यक है।

Trigger SIP (ट्रिगर एसआईपी):

ट्रिगर एसआईपी केवल उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो बाजार की गतिशीलता से अच्छी तरह परिचित हैं और इसकी गतिविधियों के बारे में आश्वस्त हैं। इस प्रकार की व्यवस्थित निवेश योजना में, यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है कि कब खरीदारी और बिक्री की स्थिति लेनी है। इस प्रकार के एसआईपी के तहत, निवेशक अपनी एसआईपी आरंभ तिथि निर्धारित कर सकते हैं या चयनित घटना होने पर अपने एसआईपी को भुना या बदल सकते हैं।

Valuation-based Trigger SIP (मूल्यांकन आधारित ट्रिगर एसआईपी):

यह ट्रिगर एसआईपी की तरह है, लेकिन इसमें बाजार की मूल्यांकन के आधार पर निवेश होता है। यदि निवेशक समझते हैं कि बाजार की मूल्यांकन कम है, तो वे निवेश कर सकते हैं।

स्थायी एसआईपी (Continuous SIP):

स्थायी एसआईपी में निवेशकों को निवेश की अवधि को चुनने का विकल्प होता है, जो इसे एक निश्चित समय तक जारी रखता है। इससे निवेशकों को बाजार की स्थिरता के साथ निवेश करने का मौका मिलता है।

एसआईपी इंश्योरेंस (SIP with Insurance):

एसआईपी इंश्योरेंस में निवेशकों को निवेश के साथ ही एक मृत्यु बीमा कवर भी प्राप्त होता है। यह निवेशकों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने का एक अच्छा तरीका हो सकता है, और इससे उन्हें अपने लक्ष्यों की ओर सुरक्षित महसूस हो सकता है।

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